मेड इन इंडिया ट्विटर ‘कू’ ऐप Made In India Twitter ‘Koo’ App
फेसबुक, इंस्टाग्राम, वाट्सएप्प, इंस्टाग्राम, ट्विटर जैसे ऐप आज लोगों के जीवन में इस तरह आम दिनचर्या में शामिल हो चुके हैं कि इसके बिना जीवन नीरस सा हो जाता है। हालाँकि वाट्सएप्प, फेसबुक और ट्विटर पर ऐसे आरोप लगते रहते हैं, जो मनोनुकूल कंटेंट न पाकर कई बार कुछ लोगों के अकाउंट कुछ दिनों के लिए ससपेंड कर देता है। आपत्तिजनक कंटेंट हो तो यह पालिसी का हिस्सा हो सकता है, पर कई बार हवाला फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन का दिया जाता है।
आम राय यह है कि ट्विटर (Twitter) का झुकाव वामपंथियों की तरफ ज्यादा है जिसके कारण दक्षिणपंथी विचारधारा वालों को अक्सर परेशानी का सामना करना पड़ता है।
ट्विटर का सिंहासन खतरे में
किसान आंदोलन में किसान संगठन और खालिस्तान समर्थकों द्वारा दिल्ली उपद्रव और लाल किला में तिरंगे के अपमान पर भारत सरकार ने ट्विटर की भागीदारी पर भी सवाल उठाया है। ट्विटर पर इन फसादों के मास्टर माइंड के होने पर जब भारत सरकार ने ट्विटर को उन अकाउंट को ब्लॉक करने को कहा तो ट्विटर ने इस पर फ्रीडम ऑफ़ एक्सप्रेशन का हवाला देकर ऐसा करने से मना कर दिया। इस तनातनी के बीच बहुत सारी सरकारी संस्थाएं और मशहूर हस्तियों ने एक वैकल्पिक एप्लीकेशन को चुना है – कू।
क्या है ये ऐप कू
कू ऐप को पिछले साल मार्च में बनाया गया था। इसके पीछे अप्रमेय राधाकृष्ण और मयंक बिदावतका हैं। इन दोनों को TaxiForSure और RedBus जैसे स्टार्टअप का का भी श्रेय जाता है।
कू ऐप चलाने पर ट्विटर वाला फील आता है। यहां पर लोग एक दूसरे को फॉलो कर सकते हैं, फ़ोटो, ऑडियो और वीडियो वग़ैरह शेयर कर सकते हैं, पोल कर सकते हैं आदि आदि । ट्विटर की ही तरह कू ऐप पर भी डायरेक्ट मैसेज का फीचर है। अपनी बात कहने के लिए यूजर्स के पास 350 कैरेक्टर की लिमिट होती है। ये ऐप इंग्लिश और हिन्दी के साथ-साथ कन्नड, तमिल, तेलुगु, मराठी और आसामी भाषाओं में मौजूद है।
कोयल सी तेरी बोली कू कू कू
पिछले कुछ दिनों में ट्विटर से कू की ओर पलायन करने की गति में काफी तेजी आयी है। आलम यह है जिस ट्विटर के बोल लोगों को तीतर के बोल से मीठे लगते थे, अब वो तीता लगने लगा है। दूसरी ओर ‘कू’ पर कूइंग (Koo-ing) कोयल की बोली सी मीठी लगने लगी है।
बहरहाल अच्छी खबर यह है कि ट्विटर के विकल्प के रूप में एक भारतीय ऐप ‘कू’ को काफी पसंद किया जा रहा है। मेड इन इंडिया ऐप ‘कू’, जिसे भारतीय माइक्रो ब्लॉगर्स के लिए भारत के ट्विटर के जवाब के रूप में प्रचारित किया गया है, ने पिछले साल भारत सरकार की डिजिटल इंडिया आत्मनिर्भर भारत इनोवेशन चैलेंज जीता था।
कैसे डाउनलोड करना है ये ऐप?
कू ऐप एंड्रॉयड और iOS दोनों प्लैट्फॉर्म पर मौजूद है, इसे गूगल प्ले स्टोर और ऐपल ऐप स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। कंप्यूटर पर इस ऐप चलाने के लिए यूजर्स को kooapp.com पर लॉगिन करना होगा।
कू ऐप पर कौन कौन विराजमान
कू ऐप पर केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल और रविशंकर प्रसाद के अलावा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जैसे कई सारे नेता मौजूद हैं। कई सारे सरकारी हैन्डल जैसे, मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एण्ड IT (MeiTY), Digital India, India Post, NIC, NIELIT, SAMEER, Common Services Center, UMANG app, नैशनल इंटरनेट एक्सचेंज ऑफ इंडिया और Digi Locker वग़ैरह भी यहां पर मौजूद हैं।
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— Piyush Goyal (मोदी का परिवार) (@PiyushGoyal) February 9, 2021
बॉलीवुड सितारें और मशहूर हस्तियों ने भी इधर का रुख करना शुरू कर दिया है – जिनमे आशीष विद्यार्थी , अनिल कुंबले, श्रीनाथ, सद्गुरु आदि प्रमुख हैं