उन्हें मै पिता कहता हूं : एक कविता
जिसने मुझे उंगली पकड़ चलना सिखाया, जिसने बचपन से ख्वाब दिखा ऊंचा उड़ना सिखाया, जिन्होंने रोते हुए मुझे हंसाया उन्हें मै पिता कहता हूं। जो हमेशा मेरी राहों को आसान…
कोई पहलू न छूटे
जिसने मुझे उंगली पकड़ चलना सिखाया, जिसने बचपन से ख्वाब दिखा ऊंचा उड़ना सिखाया, जिन्होंने रोते हुए मुझे हंसाया उन्हें मै पिता कहता हूं। जो हमेशा मेरी राहों को आसान…
मॉडर्नाइजेशन के साइड इफेक्ट क्या मॉडर्नाइजेशन से हमारी और हमारे युग की वृद्धि हो रही है। इस मुद्दे पर कुछ पक्ष इसके सहयोग मेे आएंगे तथा कुछ असहयोगियों की भांति।…
Lachar Kavita in Hindi मुझमें भी लाचार बचा है : लघु कविता हर तरफ हाहाकार मचा है, सिर्फ अब लाचार बचा है। ना कहीं प्रेम, ना आराम बचा है। लोभ…
Ajanmi Beti Ki Pukar अजन्मी बिटिया की पुकार अजन्मी बिटिया करे पुकार, देखने दो मुझे ये संसार। मुझे भी दुनिया में आना है, भाई संग स्कूल जाना है। बेटों से…