अमेरिका के सेंट लुइस चिड़ियाघर में एक मादा अजगर ने अंडे दे दिए तो ज़ू स्टॉफ भी सकते में पड़ गए

साँप बड़े अद्भुत जीव हैं। ऐसे ही नहीं वे हजारों वर्ष से बिना हाथ-पैर के धरती पर सरवाइव कर रहे हैं। पिछले दिनों जब अमेरिका के सेंट लुइस चिड़ियाघर में एक मादा अजगर ने अंडे दे दिए तो ज़ू स्टॉफ भी सकते में पड़ गए कि ये कैसे हुआ। क्योंकि पिछले 30 वर्षों से यह बॉल पाइथन प्रजाति की मादा अजगर किसी नर के सम्पर्क में आई ही नहीं थी।

वस्तुतः जो साँप को जानते हैं उन्हें इसमें कोई आश्चर्य नहीं दिखेगा। साँप स्क्वामाटा वर्ग का प्राणी है। इस वर्ग में छिपकिलियाँ और साँप आते हैं। इस वर्ग के प्राणियों में यह क्षमता होती है कि वे अनिषेचित अंडे दे सकें या शुक्राणु जमा रख सकें। यह साँपों के लिए सामान्य बात है।

इस साँप ने काफी अधिक उम्र में अर्थात 62 वर्ष की उम्र में ऐसा कर दिखाया है

चूँकि साँप अकेले रहने वाले प्राणी हैं, कई बार ऐसा हो सकता है कि साँपों की आपसी मुलाकात महीनों वर्षों बाद हो। इसलिए मादा सर्प नर से मेटिंग के बादकुछ शुक्राणु भविष्य के लिए क्लोएक में जमा कर के रख लेती है। बाद के वर्षों में अगर नर मिलन न हो या चूँकि सर्पों में पोलीगेमी होती है तो अगर आगे अधिक योग्य नर न मिला तो वह इन स्टोर्ड शुक्राणुओं का उपयोग अपने अंडों को निषेचित करने के लिए कर लेती है।

यह जरूर है कि इस साँप ने काफी अधिक उम्र में अर्थात 62 वर्ष की उम्र में ऐसा कर दिखाया है और एक बात और गौर करने की है कि 1990 के बाद इस मादा अजगर का कभी किसी नर से सम्पर्क नहीं हुआ मतलब की शायद 30 वर्ष तक शुक्राणु सुरक्षित रखकर इसने एक रिकॉर्ड ही बनाया है। ये गौर तलब है कि बॉल पाइथन की औसत आयु ४० साल की होती है। बॉल पाइथन अफ्रीका में मिलते हैं और वहाँ के सबसे छोटे अजगर हैं, इनकी लम्बाई 2 मीटर से ज्यादा नहीं होती।

By Sunil Sinkretik

लेखक- 'बनकिस्सा' | Snake Expert

One thought on “अजूबा : 62 वर्ष की उम्र में मादा अजगर ने अंडे दिए”

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