उन्हें मै पिता कहता हूं : एक कविता
जिसने मुझे उंगली पकड़ चलना सिखाया, जिसने बचपन से ख्वाब दिखा ऊंचा उड़ना सिखाया, जिन्होंने रोते हुए मुझे हंसाया उन्हें मै पिता कहता हूं। जो हमेशा मेरी राहों को आसान…
कोई पहलू न छूटे
जिसने मुझे उंगली पकड़ चलना सिखाया, जिसने बचपन से ख्वाब दिखा ऊंचा उड़ना सिखाया, जिन्होंने रोते हुए मुझे हंसाया उन्हें मै पिता कहता हूं। जो हमेशा मेरी राहों को आसान…