बुढ़ापे का बोझ – लघु कथा
बुढ़ापे का बोझ ज्वर से तप रही शोभा जी को इससे पहले जीवन के इस चौथे पड़ाव (बुढ़ापे) के कड़वे सच का जरा भी अंदाजा ना था। पति दीनानाथ जी…
कोई पहलू न छूटे
बुढ़ापे का बोझ ज्वर से तप रही शोभा जी को इससे पहले जीवन के इस चौथे पड़ाव (बुढ़ापे) के कड़वे सच का जरा भी अंदाजा ना था। पति दीनानाथ जी…